Mahatma Gandhi और उनकी आठ निकट महिलाएँ: उनका संबंध और महत्व

Mahatma Gandhi और उनकी आठ निकट महिलाएँ: उनका संबंध और महत्व

Mahatma Gandhi और उनकी आठ निकट महिलाएँ: उनका संबंध और महत्व


महात्मा गांधी, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक, न केवल पुरुषों के प्रेरणास्त्रोत थे, बल्कि उनके जीवन में कई महिलाएँ भी थीं जिन्होंने उनके सोच और आदर्शों को अपनाया। यहाँ हम उन आठ महिलाओं के बारे में जानकारी देंगे, जिनका महात्मा गांधी के जीवन में गहरा प्रभाव रहा:


1. मेडेलीन स्लेड (मीरा बहन)


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डेलीन स्लेड एक ब्रिटिश अधिकारी की बेटी थीं, जिन्होंने गांधीजी के आदर्शों को अपनाया। उनका संघर्ष सत्याग्रही आंदोलन में भाग लेने में रहा।


2. नीला फ्रेम कुक


नीला फ्रेम गांधीजी के आदर्शों के प्रति आदर्श थीं और उनके साथ उनकी आंदोलन में भाग लिया।


3. सरला देवी चौधरानी


सरला देवी चौधरानी एक प्रमुख स्वतंत्रता संग्रामिनी थीं और उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित किया।


4. सरोजिनी नायडू


सरोजिनी नायडू भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष थीं और उनका गांधीजी के संघर्ष में महत्वपूर्ण योगदान रहा।


5. राजकुमारी अमृत कौर


राजकुमारी अमृत कौर पंजाब की शाही परिवार की सदस्य थीं, जो गांधीजी के साथ उनकी आंदोलन में भाग लिया।


6. डॉ. सुशीला नैयर


डॉ. सुशीला नैयर गांधीजी के अंगत डॉक्टर थीं और उन्होंने उनके अंतिम दिनों में सेवा की।


7. आभाबहेन गांधी


आभाबहेन गांधी और मनुबहन गांधी भी गांधीजी के विचारों के प्रति वफादार रहीं और उनके साथ आंदोलन में भाग लिया।


8. मनुबहन गांधी


मनुबहन गांधी भी गांधीजी के साथ उनके अंतिम दिनों में सेवा में थीं और उनके विचारों को आगे बढ़ाने का कार्य किया।


इन महिलाओं ने गांधीजी के विचारों और आदर्शों को अपनाकर समाज में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका योगदान भारतीय इतिहास में अमर रहेगा। ये महिलाएँ न केवल गांधीजी की सहायक बल्कि उनके साथी भी थीं, जो उनके विचारों के लिए समर्पित थीं।

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